Technician and electronic in Hindi

 ओम नमः शिवाय 

सबसे पहले आप सभी को मेरी तरफ से नमस्कार मेरी आर्टिकल आप सभी को अच्छी लग रही है मुझे रिप्लाई जरूर दीजिए से मुझे मालूम होना चाहिए मेरी आर्टिकल लोगों को या आप सभी को कितना अच्छी लग रही है मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मेरे आर्टिकल को पूरा पढ़ें और उसको समझे ।

आज हम सीखेंगे इलेक्ट्रिसिटी और इलेक्ट्रॉनिक टेक्नीशियन में क्या अंतर है।

इलेक्ट्रिक सिटी:-बिजली से जुड़ा हुआ है यानी अल्टरनेटिंग करंट से जुड़ा हुआ जिसको शॉर्टकट (AC) करंट कहते हैं ‌ इसको टेक्नीशियन रिपेयरिंग करता है। इलेक्ट्रिसिटी में आते हैं इलेक्ट्रिकल बोर्ड जो घरों में लगे रहते हैं उस बोर्ड में कुछ सॉकेट कुछ सोच रेगुलेटर उस टू पिन कुछ इंडिकेटर लगे होते हैं वायरिंग को जोड़ना कनेक्शन करना बोर्ड में शार्ट होने के कारण टेक्नीशियन ठीक करता है और साथ ही (MCB) हर ‌घर में मीटर के सामने लगा देता है जब कभी (MCB) में शॉर्ट सर्किट होती है (MCB)अपने आप ही कट आउट होकर नीचे गिर जाती है ‌ फिर उसके बाद टेक्नीशियन को बुलाते हैं टैक्स खराबी चेक करके ठीक कर देता है ऐसी छोटी मोटी खराबी तो हर घर में आती रहती है बड़ी खराबी किसी एक घर में आती है जिससे कि पूरा ताल जल जाता है और पूरी एमसीबी खराब हो जाती है यहां तक कि मीटर भी खराब हो जाता है ऐसी स्थिति में पूरी वायरिंग यानी पूरी फिटिंग करनी पड़ती है दोबारा से फैक्ट्रियों में तो बड़ा शार्ट सर्किट होता है जब किसी एक तार पर ज्यादा लोड पड़ता है तब सा सर्किट होकर इस पार्क होने लगती है इसी कारण से आग लगती है आग लगने के कारण कुछ तारे या कुछ मोटर जल जाती है कई कई फैक्ट्रियों में तो इन शॉर्ट सर्किट से पूरी फैक्ट्री में आग लगने की संभावना हो सकती है बहुत सारी फैक्ट्रियों में यह आमतौर बातें होती रहती है इसलिए कहीं भी शॉर्ट सर्किट हो रहा हो या आग लग रही हो उस पर कभी पानी ना डालें या कोई भी लिक्विड पदार्थ ना डालें जो जलन सील हो जैसे पिटोल मिट्टी के तेल मूवी कार्पिन तेल सरसों का तेल या कोई भी अन्य वस्तु ना डालें या इससे ना बुझाये। जब कभी शॉर्ट सर्किट हो या आग लगे इन चीजों का उपयोग करें बुझाने के लिए सबसे पहले तो घर में लगी हो तो (MCB) बंद करें। मेन पावर सप्लाई काट दे फिर भी इन सभी चीजों से नहीं हो पा रहा है तो रेता, लाल बालू, मिट्टी‌, ‌फायर सिलेंडर ‌ फिर भी आप से नहीं हो पा रहा है तो फायर ब्रिगेड को कॉल करिए उनको बुलाइए वह आकर आपकी बड़ी सहायता कर सकते हैं । यह था इलेक्ट्रिसिटी के फायदे और नुकसान आप सभी को अच्छा लगा हो तो हमको जरूर बताइए। 

अब हम आपको बताएंगे इलेक्ट्रॉनिक टेक्नीशियन के बारे में।

इलेक्ट्रॉनिक:-इलेक्ट्रॉनिक टेक्नीशियन में यह बिजली से चलने वाली डिवाइस है ऐसा कोई सा भी डिवाइस नहीं है जो बिजली से नहीं चलता हर डिवाइस बिजली से ही चलता है चाहे वह (AC)‌ करंट हो (DC) करंट हो इलेक्ट्रॉनिक में आ जाते हैं । टीवी, डीवीडी, बी सी डी, एलईडी टीवी, एल ई डी ब्लॉक, टेप रिकॉर्डर, रेडियो, होम थिएटर और आदि बहुत सी चीज ऐसे भी हैं जो बिजली से इस्तेमाल होते। इन डिवाइस के अंदर बहुत से छोटे-छोटे चीज लगे होते हैं जैसे ट्रांसफार्मर कई तरह के रजिस्टेंस, डाइवोर्स, कई तरह के आईसी, कई तरह के कंडेनसर यह सभी डिवाइस को चेक करने के लिए एक मल्टीमीटर की जरूरत पड़ती है इससे यह बताता है किस की क्षमता कितनी है यानी कि कंडीशन कैसी है जब इन डिवाइस में से करंट पास होता है इन सभी का काम एक मदर बोर्ड के साथ होता है यह सभी एक मोटर मदरबोर्ड के साथ लगे होते हैं एक-एक करके हर एक डिवाइस का अलग काम होता है जैसे एसी करंट को डीसी करंट में बनाना। आईसी का काम होता है सभी सर्किट को सप्लाई पहुंचाना एक यह दिमाग की तरह काम करता है यानी सबको ऑर्डर देता है रजिस्टेंस ट्रांसफार्मर डाई बोर्ड कैपेसिटर और कंडक्टर यह सभी बिजली को काटकर अपने अंदर शोक कर आगे पहुंचाते हैं टेक्नीशियन भी इन सभी संकट को एक मल्टीमीटर से चेक करके यह समझता है कि किस में खराबी अगर कोई शक केट खराब हुआ तो उसको चेंज कर देता है उसके बदले दूसरा लगाता है।

 

मल्टीमीटर इन सभी सर्किट को चेक करता है और सप्लाई बताता है यह थी टेक्नीशियन के पाठ आप सभी को अच्छा लगा हो हमें लाइक करें और कमेंट करें और बताएं जरूर।

धन्यवाद

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